cleanmediatoday.blogspot.com
विजेंदर ओलंपिक से बाहर
Clean Media Correspondent
लंदन07 August भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह से भी पदक की उम्मीद खत्म हो गई। क्योंकि विजेंदर सिंह पुरुषों के मिडलवेट वर्ग (७५ किग्रा) के क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के अब्बोस अतोएव से हार गए। इस हार के साथ ही लगातार दो बार ओलंपिक में पदक जीतने का विजेंदर का सपना भी टूट गया।
क्वार्टर फाइनल में मिली हार
बीजिंग ओलंपिक २००८ और विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता विजेंदर को स्वर्ण पदक का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि विजेंदर सिंह एक्सेल एरिना में खेले गये मुकाबले में अतोएव के सामने टिक नहीं सके। उन्हें १३-१७ से पराजय का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही विजेंदर का लगातार दो ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने वाला पहला भारतीय खिला़डी बनने का सपना टूट गया। पुरुष मुक्केबाजी स्पर्धा में अब सिर्फ एल देवेंद्रो सिंह ही भारतीय चुनौती के रूप में बचे हैं, जबकि महिलाओं के ५१ किलोवर्ग में पांच बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरीकाम सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्का कर चुकी हैं। दर्शकों की ओर से इंडिया, इंडिया के नारों के बीच पहली बाउट में विजेंदर ने अतोएव का बराबरी से मुकाबला किया और स्कोर ३-३ से बराबर रहा। विजेंदर ने दूसरे दौर में दायें और बायें तरफ से मुक्कों का प्रहार किया और उजबेक मुक्केबाज थोड़ा रक्षात्मक खेलते दिखे, लेकिन मौका देखकर अतोएव ने भारतीय मुक्केबाज पर मुक्कों के जबर्दस्त प्रहार किये और दूसरा दौर ७-५ से जीत लिया। तीसरे और अंतिम दौर में विजेंदर शुरुआत से ही हमलावर दिखे, लेकिन इस बीच उन्होंने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को वापसी करने का मौका दे दिया और अपना गार्ड खुला छोड़ दिया। अतोएव ने इसका पूरा फायदा भी उठाया और उनके पक्ष में इस दौर का स्कोर ७-५ रहा।
तीनों दौर की समाप्ति के बाद अतोएव को विजेता घोषित किया गया। अतोएव अब १० अगस्त को सेमीफाइनल मुकाबले में जापान के दूसरी वरीयता प्राप्त मुक्केबाज रयोता मुराता से भि़डेंगे। मुराता ने क्वार्टर फाइनल में तुर्की के मुक्केबाज एड़ा लुक्की को १७-१३ से हराया।
विजेंदर ओलंपिक से बाहर
Clean Media Correspondent
लंदन07 August भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह से भी पदक की उम्मीद खत्म हो गई। क्योंकि विजेंदर सिंह पुरुषों के मिडलवेट वर्ग (७५ किग्रा) के क्वार्टर फाइनल में उज्बेकिस्तान के अब्बोस अतोएव से हार गए। इस हार के साथ ही लगातार दो बार ओलंपिक में पदक जीतने का विजेंदर का सपना भी टूट गया।
क्वार्टर फाइनल में मिली हार
बीजिंग ओलंपिक २००८ और विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता विजेंदर को स्वर्ण पदक का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि विजेंदर सिंह एक्सेल एरिना में खेले गये मुकाबले में अतोएव के सामने टिक नहीं सके। उन्हें १३-१७ से पराजय का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही विजेंदर का लगातार दो ओलंपिक खेलों की व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने वाला पहला भारतीय खिला़डी बनने का सपना टूट गया। पुरुष मुक्केबाजी स्पर्धा में अब सिर्फ एल देवेंद्रो सिंह ही भारतीय चुनौती के रूप में बचे हैं, जबकि महिलाओं के ५१ किलोवर्ग में पांच बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरीकाम सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्का कर चुकी हैं। दर्शकों की ओर से इंडिया, इंडिया के नारों के बीच पहली बाउट में विजेंदर ने अतोएव का बराबरी से मुकाबला किया और स्कोर ३-३ से बराबर रहा। विजेंदर ने दूसरे दौर में दायें और बायें तरफ से मुक्कों का प्रहार किया और उजबेक मुक्केबाज थोड़ा रक्षात्मक खेलते दिखे, लेकिन मौका देखकर अतोएव ने भारतीय मुक्केबाज पर मुक्कों के जबर्दस्त प्रहार किये और दूसरा दौर ७-५ से जीत लिया। तीसरे और अंतिम दौर में विजेंदर शुरुआत से ही हमलावर दिखे, लेकिन इस बीच उन्होंने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को वापसी करने का मौका दे दिया और अपना गार्ड खुला छोड़ दिया। अतोएव ने इसका पूरा फायदा भी उठाया और उनके पक्ष में इस दौर का स्कोर ७-५ रहा।
तीनों दौर की समाप्ति के बाद अतोएव को विजेता घोषित किया गया। अतोएव अब १० अगस्त को सेमीफाइनल मुकाबले में जापान के दूसरी वरीयता प्राप्त मुक्केबाज रयोता मुराता से भि़डेंगे। मुराता ने क्वार्टर फाइनल में तुर्की के मुक्केबाज एड़ा लुक्की को १७-१३ से हराया।
Vijender is really unlucky!
ReplyDelete