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Friday, 6 April 2012

Military movement had published news of the wind

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सेना मूवमेंट की खबर छपने की थी भनक
क्लीन मीडिया संवाददाता 

नई दिल्ली: 6 अप्रैल: (सीएमसी)  सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह द्वारा मार्च में एक अंग्रेजी पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू को देखकर पता चलता है कि उन्हें इस बात की भनक थी कि जनवरी के मध्य में सेना की दो इकाइयों द्वारा दिल्ली की ओर बढ़ने के अभ्‍यास को लेकर खबरें पक रही थीं। जनरल सिंह ने 13 मार्च को ‘द वीक’ पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा था, ‘मान लीजिए, हमारी एक कोर या डिवीजन या ब्रिगेड अभ्‍यास कर रही है तो कोई कहेगा कि ओह..उन्होंने अ‍भ्‍यास किया। यह अभ्‍यास नहीं था, वे कुछ और करना चाहते थे। इस इंटरव्‍यू में सेनाध्‍यक्ष ने अंदेशा जताया था कि सैनिकों की आवाजाही पर रिपोर्ट छपेगी। कुछ लोग सैनिकों की आवाजाही को तोड़-मरोड़कर पेश करेंगे।
उन्होंने कहा कि अब आप इससे एक खबर बनाएंगे। इन दिनों कई लोग अपने खराब मकसद से खबरें बनाना चाहते हैं। सेना प्रमुख ने आलोचनात्मक लहजे में कहा कि आज एक पत्रकार के लिए खराब खबर ही अच्छी खबर है, वहीं अच्छी खबर का महत्व ही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को कोई संदेह है तो उसे आना चाहिए और हमारा सामना करना चाहिए। वे ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि वे जानते हैं कि वे गलत हैं।
उस इंटरव्यू में जनरल सिंह ने यह भी कहा था कि सेना पेशेवर काम कर रही है, लेकिन वर्दी और बिना वर्दी वाले दोनों तरह के लोग हैं, कुछ सरकारी सेवक हैं जिनके अपने निहित स्वार्थ हैं। वे सभी खराब चीजों को हवा देना शुरू कर देते हैं। जनरल ने कहा था कि आप उन्हें (पत्रकारों को) कुछ दिलचस्प बताते हैं तो यह पहले पन्ने पर आ जाता है और कोई भी यह तक नहीं देखता कि इसमें कोई सचाई है या नहीं। ऐसा हो चुका होता है। यानी आपने पहले ही किसी पर कीचड़ उछाल दी। कई सारे ऐसे लोग हैं जो यह कर रहे हैं और मुझे नहीं पता कि उनका क्या मकसद है।
पिछले महीने दिए गए सेना प्रमुख के ये बयान कल अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित उस खबर के मद्देनजर अहम हैं, जिसमें कहा गया था कि सेना की दो इकाइयों ने 16.17 जनवरी की रात को दिल्ली की ओर असामान्य तरीके से कूच कर दिया था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस खबर को ‘डर फैलाने’ वाली बता कर खारिज किया, वहीं रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इन्हें बेबुनियाद कहा। सेना प्रमुख वीके सिंह ने सेना की दो टुकड़ियों को दिल्ली की ओर कूच करने की रिपोर्ट को गुरुवार को ‘सरासर मूर्खतापूर्ण’ बताकर खारिज कर दिया। सेना प्रमुख की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं रक्षा मंत्री द्वारा इस रिपोर्ट को बेवजह भय उत्पन्न करने वाली और निराधार बताए जाने के एक दिन बाद आई है।
गौर हो कि सेना प्रमुख नेपाली सेना द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि समाचार पत्र की रिपोर्ट निंदनीय है और कुछ लोग सेना और सरकार पर कीचड़ उछालने की कोशिश कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गत 16 जनवरी की रात सेना की दो टुकड़ियों के दिल्ली के आस-पास जमा होने से सरकार डर गई थी। सेना प्रमुख ने कहा कि जो कोई भी सेना प्रमुख के खिलाफ कहानियां बना रहा है, वह निंदनीय है। यह दिखाता है कि लोग अनावश्यक रूप से सरकार और सेना दोनों के ऊपर कीचड़ उछालने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों से निपटा जाना चाहिए।
समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के हिसार से सेना की एक पैदल टुकड़ी और आगरा से 50 पैरा ब्रिगेड की टुकड़ी ने रक्षा मंत्रालय को सूचित किए बगैर दिल्ली की ओर कूच किया। रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब सेना प्रमुख अपने उम्र विवाद पर सरकार के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे। राजधानी के समीप सेना की टुकड़ियों के जमावड़े ने सरकार के लिए असहज स्थिति उत्पन्न कर दी थी, लेकिन रिपोर्ट में इसे सैन्य तख्ता पलट का प्रयास कहने से बचा गया है। सिंह ने कहा कि यह रिपोर्ट किसी की शरारत मालूम पड़ती है। उन्होंने कहा कि शरारत कौन कर रहा है अथवा ऐसा क्यों किया जा रहा है, इस बारे में वह अंदाजा नहीं लगा सकते।

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