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प्रशासन के सम्मुख रखा होटलियर्स ने पक्ष
क्लीन मीडिया संवाददाता
वाराणसी: 28 जनवरी, (सीएमसी) शहर में चल रहे आईकाग-2012 में शिरकत करने वाले देशभर के चिकित्सकों से होटलों के कमरों की बुकिंग के नाम पर मोटी धनउगाही के
मामले में होटलियर्स ने अपना पक्ष प्रशासन के सामने रख दिया है।
मामले में होटलियर्स ने अपना पक्ष प्रशासन के सामने रख दिया है।
उनका कहना है कि उन्होंने होटल के कमरों को निर्धारित रेट पर ही ट्रेवेल्स एजेंसी को दिया है। चिकित्सकों को यदि मंहगे दर पर कमरे बेचे गए हैं तो इसकी जिम्मेदारी उनकी नहीं है। आयोजन समिति की वेबसाइट पर होटल के कमरों के मंहगे रेट दिखने पर आपत्ति दर्ज की है।
गौरतलब है कि कई गुना मंहगे रेट पर होटलों के कमरों को देश के विभिन्न हिस्सों से आए चिकित्सकों को दिए जाने के मामले की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने मंगलवार को आल इंडिया कांग्रेस आफ आब्सट्रेटिक्स एंड गायनकोलाजी की आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारियों, ट्रेवेल्स एजेंटों के साथ ही शहर के 58 होटलों को नोटिस भेजकर 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया था। इस मामले में होटलियर्स ने बुधवार को अपना पक्ष लिखित रूप से रख दिया था। जिसमें ट्रेवेल्स एजेंटों और आयोजन समिति द्वारा कमरों को मंहगे रेट पर चिकित्सकों को दिए जाने की बात कही गयी है। उनहोंने स्पष्ट किया है कि होटलों ने अपने तय रेट पर ही एजेंसियों को कमरा दिया है, इसके पक्ष में उनहोंने रसीद प्रस्तुत की है। कुछ होटल संचालकों ने एआईसीयूजी की वेबसाइट पर कमरों को मंहगे रेट पर प्रस्तुत करने पर भी आपत्ति की है। उधर इस मामले में आयोजन समिति से जुड़े चिकित्सकों ने प्रशासन से आयोजन की समाप्ति तक जवाब देने की मोहलत मांगी है। ट्रेवेल्स एजेंसियों ने अपना जवाब प्रस्तुत नहीं किया है।
गौरतलब है कि कई गुना मंहगे रेट पर होटलों के कमरों को देश के विभिन्न हिस्सों से आए चिकित्सकों को दिए जाने के मामले की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने मंगलवार को आल इंडिया कांग्रेस आफ आब्सट्रेटिक्स एंड गायनकोलाजी की आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारियों, ट्रेवेल्स एजेंटों के साथ ही शहर के 58 होटलों को नोटिस भेजकर 24 घंटे के अंदर जवाब तलब किया था। इस मामले में होटलियर्स ने बुधवार को अपना पक्ष लिखित रूप से रख दिया था। जिसमें ट्रेवेल्स एजेंटों और आयोजन समिति द्वारा कमरों को मंहगे रेट पर चिकित्सकों को दिए जाने की बात कही गयी है। उनहोंने स्पष्ट किया है कि होटलों ने अपने तय रेट पर ही एजेंसियों को कमरा दिया है, इसके पक्ष में उनहोंने रसीद प्रस्तुत की है। कुछ होटल संचालकों ने एआईसीयूजी की वेबसाइट पर कमरों को मंहगे रेट पर प्रस्तुत करने पर भी आपत्ति की है। उधर इस मामले में आयोजन समिति से जुड़े चिकित्सकों ने प्रशासन से आयोजन की समाप्ति तक जवाब देने की मोहलत मांगी है। ट्रेवेल्स एजेंसियों ने अपना जवाब प्रस्तुत नहीं किया है।
एडीएम सिटी एमपी सिंह का कहना है कि जांच बहुत हद तक पूरी हो चुकी है। एक-दो दिन में अगली कार्रवाई संभव है।
The truth must prevail in the financial bungling case in the Gynaecologists' conference at BHU.
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