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Friday, 27 January 2012

I have never been in favour of violence: Anna

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कभी हिंसा की वकालत नहीं की : अन्ना 
क्लीन मीडिया संवाददाता 

नई दिल्ली, 27 जनवरी (सीएमसी): ‘भ्रष्टाचार के लिए थप्पड़’ संबंधी टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरे अन्ना हजारे ने आज इससे खुद को अलग करने का प्रयास करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी हिंसा की वकालत नहीं की और आरोप लगाया कि राजनेताओं का एक वर्ग उन्हें ‘बड़े अपराधी’ के रूप में पेश करने का षड्यंत्र कर रहा है।
अन्ना ने अपने ताजा ब्लॉग में कहा कि वह कई वर्षों से भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं लेकिन उन्होंने कभी भी मारपीट करने की बात नहीं की। उन्होंने कहा, ‘लेकिन मेरे साथ कई बार इसे (किसी के साथ मारपीट) जोड़ा गया। अब मेरी बात सुने या समझे बिना मुझे बड़े अपराधी के रूप में पेश किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’ यह बयान फिल्म ‘गली गली चोर है’ देखने के बाद की गई उनकी कथित टिप्पणी पर पैदा विवाद के बाद आया है।
मजबूत लोकपाल विधेयक के लिए आंदोलन का जिक्र करते हुए 74 वर्षीय अन्ना ने कहा कि उन्होंने कभी भी हिंसा की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया और उनके सभी आंदोलन अहिंसक रहे हैं।  अन्ना ने कहा कि बीमारी से उबरने के बाद वह देश भर की यात्रा पर निकलेंगे और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आम लोगों को जागरूक करेंगे। वह हिंसा में लिप्त होने के बारे में नहीं बोलेंगे।
अन्ना ने कहा कि उन्होंने फिल्म के बारे में टिप्पणी की थी और मीडिया से कहा था कि किसी भी व्यक्ति के पास सहनशक्ति की एक सीमा होती है। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया था कि अगर भ्रष्टाचार और अन्याय सीमा पार कर जाए तो आम आदमी के लिए थप्पड़ मारने के अलावा क्या विकल्प रह जाता है।


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