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Wednesday, 28 December 2011

राष्ट्रपति की मंजूरी, रास में आज आयेगा लोकपाल

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राष्ट्रपति की मंजूरी, रास में आज आयेगा लोकपाल 
क्लीन मीडिया संवाददाता 

नई दिल्ली, 28 दिसम्बर (सीएमसी) : राष्‍ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने लोकपाल बिल को राज्‍यसभा में पेश किए जाने पर अपनी मंजूरी दे दी है। यह जानकारी राष्‍ट्रपति भवन के प्रवक्‍ता ने दी। अब लोकपाल राज्‍यसभा में बुधवार दोपहर दो बजे के बाद पेश किया जाएगा।

 इससे पहले, बसपा, सपा और राजद सदस्यों के अनुपस्थित रहने के कारण लोकसभा में लोकपाल पर संविधान संशोधन विधेयक के नामंजूर होने के बाद अब राज्यसभा में भी लोकपाल विधेयक की किस्मत पर सवाल खड़ा हो गया है। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में लोकपाल विधेयक को दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा।
 कांग्रेस को अपने दम पर या संप्रग में अपने सहयोगी दलों की बदौलत राज्यसभा में बहुमत हासिल नहीं है। 245 सदस्यीय राज्यसभा में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों राकांपा, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, लोजपा और रालोद को मिलाकर 93 सदस्य हैं। सरकार का बाहर से समर्थन कर रहे दलों बसपा (18), सपा (05), राजद (04) के महत्वपूर्ण 27 मत हैं। ये तीन पार्टियां मंगलवार रात लोकपाल विधेयक पर लोकसभा में मतदान के पहले बहिर्गमन कर गई थीं लेकिन उनकी अनुपस्थिति का कोई खास असर नहीं पड़ा क्योंकि विधेयक को साधारण बहुमत की जरूरत थी और यह ध्वनि मत से पारित हो गया। लेकिन लोकसभा में इन तीनों दलों के 42 सदस्यों की अनुपस्थिति सरकार के संविधान संशोधन विधेयक के पारित कराने के हिसाब से घातक साबित हुई। इस विधेयक को पारित कराने के लिए विशेष बहुमत की जरूरत थी। अगर तीनों दल राज्यसभा में मतदान के दौरान अनुपस्थित रहीं तो सरकार के लिए यह चिंता का सबब बन सकती है।
 लोकपाल विधेयक पर कई आपत्तियां उठाने वाली भाजपा कुछ हद तक नरम पड़ी क्योंकि सरकार राज्यों को लोकायुक्त स्थापित करने का विकल्प देने, प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच की अनुमति देने के लिए तीन चौथाई सदस्यों की सहमति को दो तिहाई में तब्दील करने और सांसदों के संबंध में लोकसभा अध्यक्ष तथा राज्यसभा के सभापति की शक्तियों की रक्षा जैसे आधिकारिक संशोधन के साथ आई है। हालांकि, भाजपा नेताओं ने कहा कि वे बुधवार सुबह अपने रुख की समीक्षा करेंगे क्योंकि पार्टी को लोकपाल ढांचे में अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण और सीबीआई पर लोकपाल के नियंत्रण जैसे मुद्दों पर अब भी आपत्ति है।


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