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विज्ञापन में कूचर के तरीके पर बवाल
क्लीन मीडिया संवाददाता
विज्ञापन में कूचर के तरीके पर बवाल
क्लीन मीडिया संवाददाता
न्यूयॉर्क: 4 मई: (सीएमसी) कथित नस्लवादी तरीका अपनाने वाले आलू चिप्स के एक विज्ञापन की सोशल मीडिया में काफी आलोचना हो रही है। ‘पॉप चिप्स’ के इस विज्ञापन में अभिनेता एस्टन कूचर को गहरे रंग वाले हिन्दी सिनेमा के निर्माता ‘राज’ के तौर पर दिखाया गया है जो भारतीय लहजे में बात करता है।
विज्ञापन में कूचर को चार अलग-अलग किरदारों में दिखाया गया है, जिसमें भारतीय किरदार धरती की सबसे लजीज वस्तु की तलाश कर रहा है। कूचर के चेहरे को गहरे भूरे रंग का दिखाया गया है, जिसने मूंछ भी रखी हुई है। उन्होंने नीले रंग की शेरवानी के अलावा सोने की घड़ी और एक अंगूठी भी पहनी हुई है और उनके गाल पर काला तिल है। फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर इस विज्ञापन की काफी आलोचना हो रही है। लोगों की आलोचना के बाद इस विज्ञापन को कई साइटों से हटा भी लिया गया है।
न्यूयॉर्क में रह रहे लेखक और व्यवसायी अनिल दाश ने अपने ब्लॉग पर इस बारे में लिखा कि यह विज्ञापन घिसा-पिटा है और उन्होंने लोगों से इसे नहीं देखने की अपील की। इस विज्ञापन पर हो रही आलोचना के बाद पॉप चिप्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कीथ बेलिंग ने माफी मांगी है। उन्होंने अपने ब्लॉग पर लिखा, ‘हमारी टीम ने कड़ी मेहनत कर कई किरदारों वाला एक मजाकिया विज्ञापन बनाया, जिसका उद्देश्य लोगों को हंसाना था। हम किसी का अपमान नहीं करना चाहते थे। मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और उनसे माफी मांगता हूं, जिन्हें हमारे कारण कष्ट हुआ।’
विज्ञापन के खिलाफ आवाज उठाने वाले दाश ने कहा कि उन्होंने कीथ से फोन पर बात की और बातचीत के दौरान कीथ ने माफी मांगी। दाश ने कहा कि कंपनी को विज्ञापन नहीं हटाना चाहिए लेकिन ये स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए कि उनकी प्रक्रिया कैसे असफल हुई और ‘इस नस्लवादी विज्ञापन का निर्माण हो गया।’
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